
प्रेसदृष्ट्या सम्पूर्तिकार्यक्रमः
बिहार में प्रथम आभाषिक संस्कृत संभाषण वर्ग का हुआ समापन
- कुल 1296 लोगों ने करवाया था पंजीकरण
- सात वर्गों में विभक्त कर प्रशिक्षुओं को दिया गया संस्कृत बोलने का प्रशिक्षण
- प्रांतगण के सदस्यों ने नियमित शिक्षण वर्ग का करते थे निरीक्षण देते थे आवश्यक निर्देश ।
संस्कृत भारती बिहार प्रान्त न्यास के तत्वावधान में 10 दिवसीय आभासिक संस्कृत संभाषण वर्ग का आयोजन किया गया। आपदा को अवसर में बदलने के उद्देश्य से घर बैठे लोगों को संस्कृत सिखाने का अभियान चलाया गया। 27 अप्रैल से 4 जून तक संभाषण वर्ग में प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु आवेदन आमंत्रित किए गए। जिसमें कुल 1296 लोगों ने अपना पंजीयन करवाया । छात्र शिक्षकों के अलावे न्यायाधीश चिकित्सक एवं बिहार प्रशासनिक सेवा के दर्जनों अधिकारियों ने प्रशिक्षण वर्ग में भाग लिया। 6 से 16 जून 2021तक आयोजित संभाषण वर्ग का उद्घाटन रविवार 6जून को उद्घाटन किया गया। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि बिहार सरकार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री डॉ.आलोक रंजन झा ने कहा कि सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण्ण रखने में संस्कृत भाषा की महती भूमिका है । भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए हमें संस्कृत भाषा पर बल देना आवश्यक है। वहीं मुख्य वक्ता संस्कृत भारती के अखिल भारत संगठन महामंत्री श्रीशदेव पुजारी ने संस्कृत को किसी वर्ग विशेष की भाषा ना होकर जनसामान्य की भाषा बताया। संस्कृत कठिन है इस संदेह को दूर करने के लिए सम्भाषण वर्ग की उपयोगिता बताया । 7 जून से प्रारंभ शिक्षण वर्ग 15 जून तक नियमित सुबह 10 00 बजे से रात्रि 8 30 बजे तक पृथक पृथक 7 कक्षाएं आयोजित की गई। जिसके लिए सात प्रशिक्षक एवं 7 सह प्रशिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। 16 जून बुधवार को सम्पूर्ति समारोह के मुख्य अतिथि बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि संस्कृत भाषा भारत का धरोहर है। संस्कृत के बिना संस्कृति की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। बिहार के गौरवशाली अतीत के संरक्षण के लिए संस्कृत भारती द्वारा किए जा रहे कार्यों को सराहना की। वहीं मुख्य वक्ता के रूप में संस्कृत भारती के अखिल भारत संगठन मंत्री दिनेश कामत ने नूतन शिक्षा नीति -2020 का उल्लेख करते हुए बिहार में प्राथमिक कक्षा से संस्कृत की पढ़ाई करने की मांग सरकार से की।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए क्षेत्र मंत्री प्रो.श्रीप्रकाश पांडेय प्रांत मंत्री डॉ रमेश कुमार झा सह मंत्री डॉ.रामेश्वरधारी सिंह संगठन मंत्री विवेक कौशिक प्रान्त शिक्षण प्रमुख देव निरंजन प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ.रामसेवक झा संपर्क प्रमुख डॉ. दीप्तांशु भास्कर अभिषेक द्विवेदी डॉ.त्रिलोक झा सहित अन्य लोगों की सक्रिय भूमिका रही । प्रति रविवार को पुनः नियमित रूप से इस तरह के वर्ग आयोजन करने की सूचना डॉ. रामसेवक झा द्वारा दी ।.
- Post By : Bihar
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- 17-06-2021
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